Janani Suraksha Yojana: केंद्र और राज्य सरकारें नवजात बच्चों और गर्भवती महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। इसी क्रम में, केंद्र सरकार ने महिला और बच्चे के कल्याण के लिए जननी सुरक्षा योजना शुरू की है। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को आर्थिक मदद मिलेगी। जब गर्भवती महिला की डिलीवरी होती है, तो उनके बैंक अकाउंट में सीधे 6000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। इसके अलावा, इस योजना में गर्भवती महिलाओं की सभी जांच और बच्चे की डिलीवरी भी मुफ्त होगी।
योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की है। इसका मुख्य उद्देश्य देश की हर बीपीएल गर्भवती महिला को आर्थिक मदद देना ताकि उनकी और उनके बच्चों की जिंदगी की गुणवत्ता में सुधार हो सके। जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय और चिकित्सा सहायता दोनों दी जाएगी, जिससे गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
योजना की पात्रता
- महिलाएं जिनका प्रसव सरकारी स्वास्थ्य केंद्र या फिर प्राइवेट इंस्टीट्यूशन के माध्यम से होता है।
- लाभार्थी महिला की आयु 19 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- लाभार्थी महिला गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली होनी चाहिए।
- योजना के तहत सभी अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को सम्मिलित किया जाएगा जिनका प्रस्ताव सरकारी स्वास्थ्य केंद्र या प्राइवेट इंस्टीट्यूशन के माध्यम से होता है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जननी सुरक्षा कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- बीपीएल राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाते की पासबुक
- हॉस्पिटल द्वारा जारी डिलीवरी सर्टिफिकेट
योजना के लिए रजिस्ट्रेशन
इस योजना का फायदा उठाने के लिए गर्भवती महिलाओं को अपनी डिलीवरी और बच्चे के जन्म के लिए किसी सरकारी अस्पताल में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। जननी सुरक्षा योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराने वाली महिलाओं को डिलीवरी के समय और उसके बाद सरकार से नकद आर्थिक सहायता मिलती है। योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, सरकारी अस्पताल द्वारा जारी डिलीवरी सर्टिफिकेट और महिला का बैंक अकाउंट नंबर चाहिए होता है।