Ayushman Yojana New Update: सभी निजी अस्पतालों को अब आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मरीजों का इलाज करना अनिवार्य होगा। सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों की सूचीबद्धता की अनिवार्यता को समाप्त करने का निर्णय लिया है। इससे मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी क्योंकि उन्हें आयुष्मान योजना में शामिल अस्पतालों को खोजना नहीं पड़ेगा। सरकार इस उद्देश्य के लिए प्रत्येक अस्पताल में 10 से 15 बेड आरक्षित करने की योजना बना रही है।
Ayushman Yojana New Update
आयुष्मान भारत योजना, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य संबंधी योजना है। इस योजना को 23 सितंबर 2018 को भारत में प्रारंभ किया गया था। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। इस योजना में सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी शामिल किया गया है।
15 बेड किए जाएंगे रिजर्व
राज्य के सभी निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत अब 15 बेड आरक्षित किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि राज्य के सभी अस्पतालों में इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि जो अस्पताल योजना में शामिल नहीं होंगे, उनमें आयुष्मान के तहत 10 से 15 बेड सुरक्षित रखे जाएंगे। इस योजना के लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देशित किया है। यह व्यवस्था जल्दी शुरू हो जाएगी, जिससे मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। मरीजों को आयुष्मान में शामिल अस्पतालों की खोज में परेशान नहीं होना पड़ेगा।
आयुष्मान मित्रों की बढ़ेगी संख्या
उत्तराखंड के अस्पतालों में आयुष्मान मित्रों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने इस विषय में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। इस योजना के अंतर्गत, पहले हर सरकारी अस्पताल में एक आयुष्मान मित्र की नियुक्ति की जाती थी। अब हर 30 मरीजों पर एक आयुष्मान मित्र की तैनाती की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, अस्पतालों में अधिक आयुष्मान मित्रों की नियुक्ति से मरीजों को सुविधा मिलेगी और साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।