UP Bijli Sakhi Yojana: योगी आदित्यनाथ ने यूपी बिजली सखी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सरकार ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को बिजली बिल इकट्ठा करने का काम देकर रोजगार देगी। इसका लाभ केवल राज्य की स्वयं सहायता समूह और राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं घर-घर जाकर बिजली बिल जमा करेंगी। राज्य सरकार ने 15310 महिलाओं को इस योजना के लिए चुना है, जिनमें से 5395 महिलाएं इस समय सक्रिय हैं।
4 साल में महिलाओं ने कमाए 14.6 करोड़
इस योजना में लगभग 10,500 ‘बिजली सखियों’ ने पिछले चार सालों में 1120 करोड़ रुपये से ज्यादा के बिजली बिल जमा किए और 14.6 करोड़ रुपये का कमीशन कमाया। इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश सरकार ने मई 2020 में कोविड की पहली लहर के बाद की थी। इस योजना का उद्देश्य पढ़ी लिखी ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देना था जिससे वो स्वयं के खर्चे उठा सकें।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य मकसद महिलाओं को रोजगार देना है। यूपी बिजली सखी योजना के जरिए नागरिकों को दो फायदे मिलेंगे। पहला, ग्रामीण इलाकों में बिजली की सुविधाएं बेहतर होंगी और दूसरा, महिलाओं को बिजली के बिल इकट्ठा करने का काम मिलेगा। राज्य के स्व-सहायता समूह से 15310 महिला सदस्यों का इस योजना में चयन हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिल जमा करने पर महिलाएं 8000 से 10000 रुपये आराम से कमा सकती हैं। इस योजना से नागरिकों को भी काफी फायदा होगा, क्योंकि उन्हें बिजली का बिल जमा करने के लिए लंबी लाइनों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।
महिलाओं को मिला एक बेहतर आय
उत्तर प्रदेश की वो महिलाएं जो इस योजना में आवेदन करने की सोच रही हैं, उन्हें ये जानने की भी उत्सुकता है कि इस योजना के तहत उन्हें कितनी राशि मिलेगी। बिजली सखी योजना के तहत महिलाओं को हर बिल जमा करने पर ₹20 का कमीशन मिलेगा। अगर महिलाएं अपनी आईडी के अनुसार 2,000 से ज्यादा बिल का भुगतान करती हैं, तो उन्हें 1% का एक्स्ट्रा कमीशन भी मिलेगा। इस योजना के जरिए राज्य में अब तक महिलाओं ने लाखों का कमीशन हासिल किया है। ये योजना महिलाओं के लिए एक शानदार रोजगार का मौका लेकर आई है।
योजना की नई रिपोर्ट
यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने राज्य के 75 जिलों में स्वयं सहायता समूहों से जुड़े लोगों को बिजली बिल भुगतान का काम करने के लिए एक समझौते पर दस्तखत किए हैं। इन 75 जिलों में बिजली बिल जमा करने के लिए पावर कॉरपोरेशन के आधिकारिक पोर्टल पर 73 क्लस्टर संघों को रजिस्टर किया गया है। इस योजना के तहत, राज्य में काम कर रही 5395 महिलाओं ने मिलकर 625 करोड़ रुपए का बिल जमा किया है।