UP Cow Subsidy: उत्तर प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास और राजनीतिक पेंशन मंत्री धर्मपाल सिंह ने मथुरा में पशु संरक्षण और पशुपालन के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने दो गायों की खरीद पर हजारों रुपये तक की सब्सिडी देने की घोषणा की। शनिवार को हुई इस बैठक में मंत्री ने कहा कि जिले में निर्माणाधीन बड़े केंद्रों को गुणवत्ता के अनुसार समय पर पूरा किया जाना चाहिए ताकि बेसहारा गोवंश की सुरक्षा हो सके। इन केन्द्रों पर चारा, पानी, भूसा, शेड और चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उन्होंने जिले में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए नस्ल सुधार पर भी जोर दिया और जिले के प्रमुख स्थानों पर मिल्क पार्लर खोलने के निर्देश दिए।
गायों के लिए मिलेगी चारा- पानी, चिकित्सा सुविधा
मंत्री ने इस बैठक में गायों की सुरक्षा हेतु बड़े गोआश्रय स्थलों के निर्माण के निर्देश दिए। इन केन्द्रों पर गायों के लिए चारा, पानी, चिकित्सा सुविधाएं और शेड जैसी आवश्यकताएं उपलब्ध कराई जाएंगी। विभागीय अधिकारी डॉ. विपिन गर्ग ने जानकारी दी कि जिले में 25,000 से अधिक गोवंश संरक्षित हैं और पूरे प्रदेश में लगभग 12 लाख गायों का संरक्षण किया गया है। इन गायों की देखभाल पर सरकार प्रतिदिन लगभग 8 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
देसी गायों की सुधरेगी नस्ल
मंत्री ने कहा कि पशुपालक गाय का दूध निकालने के बाद उसे खुले में छोड़ देते हैं, जो कि अनुचित है। ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि किसान देसी गाय को इसलिए छोड़ देते हैं क्योंकि वह कम दूध देती है। सरकार इस समस्या के समाधान के लिए नस्ल सुधार पर कार्य कर रही है। इसके अंतर्गत थारपार, गंगातीरी और अन्य गायों का सीमन निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्वदेशी नस्ल की गाय खरीदने पर सब्सिडी
मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि सरकार स्वदेशी नस्लों (जैसे साहीवाल, हरियाणा, थारपारकर, गिर) की दो गायों की खरीद पर पशुपालकों को 80 हजार रुपये तक की सब्सिडी प्रदान करेगी। योगी सरकार ने इन गायों की एक यूनिट (दो गाय) की कुल लागत दो लाख रुपये निर्धारित की है। यह सब्सिडी राशि पशुपालकों को डीबीटी के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।